Friday, May 2, 2014

स्‍वाति की दर्दनाक कहानी: अधूरा ही रह गया नौकरी मिलने के बाद घर का पहला सफर

चेन्‍नई. चेन्‍नई सेंट्रल स्‍टेशन पर खड़ी गुवाहाटी-बेंगलुरु एक्‍सप्रेस में गुरुवार को हुए धमाकों की जांच में पुलिस के हाथ अब तक कुछ नहीं लगा है। इन धमाकों के पीछे आतंकवादी साजिश होने की आशंका जताई गई है। एनआईए मामले की जांच कर रही है। तमिलनाडु सरकार ने सीबीसीआईडी जांच के आदेश भी दे दिए हैं। मामले में 2 लोग हिरासत में लिए गए हैं। 
तत्‍काल टिकट कराकर लौट रही थी घर 
राजलक्ष्‍मी ने बताया, स्‍वाति को पहली सैलरी जनवरी में मिली थी, जिसके बाद वह बेहद खुश थी। वह तभी से घर आना चाहती थी, लेकिन आ नहीं पाई थी। मंगलवार को उसने तत्‍काल कोटे से टिकट लिया और बुधवार को ट्रेन में सवार हुई। वह गुरुवार शाम घर पहुंच जाती। हमने उसके पसंद की खाने की चीजें बनवाई थीं। जो कुछ हुआ, वह हमारी कल्‍पना से परे है। हम टूट चुके हैं। भगवान हमारी बच्‍ची को ऐसे कैसे छीन सकता है? उसकी क्‍या गलती थी? उसे लोगों ने क्‍यों मार डाला?

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