Wednesday, May 7, 2014

पांच घटनाओं से अमेठी में पहली बार राहुल हुए शर्मसार: सुननी पड़ी वोटर्स की झिड़की, कानून भी तोड़ा

लोकसभा चुनाव 2014 के आठवें चरण के दौरान बुधवार का दिन राहुल गांधी के लिए कई मायनों में मुश्किल भरा रहा। 2004 के बाद पहली बार मतदान के दिन अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूद राहुल गांधी से जुड़ी पांच ऐसी घटनाएं हुईं जो शर्मसार करने वाली हैं। पहला मामला चुनाव से जुड़े नियमों को तोड़ने का है। इसे लेकर कांग्रेस के उपाध्यक्ष और अमेठी संसदीय क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार राहुल गांधी मुसीबत में पड़ सकते हैं। बुधवार को अमेठी में मतदान के दौरान उन पर कानून तोड़ने का आरोप लगा है। मीडिया में ऐसी तस्वीरें आई हैं, जिनमें राहुल गांधी को अमेठी के 3 पोलिंग बूथ में ईवीएम के सामने और उसके पास खड़े हुए दिखाया गया है। खबरों के मुताबिक साहामऊ के अष्टभुजा विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय कूरा और माध्यमिक विद्यालय फूला में बने तीन पोलिंग बूथों पर राहुल गांधी को सुबह 9.15 बजे से लेकर 10.24 बजे के बीच ईवीएम के पास मौजूद देखा गया है। इस बात की तस्दीक तस्वीरें कर रही हैं।  
क्या है कानून? 
मतदान के दौरान सिर्फ तीन लोग वोटिंग कंपार्टमेंट तक जा सकते हैं। इनमें मतदाता, पीठासीन अधिकारी और चुनाव अधिकारी शामिल हैं। नियमों के मुताबिक अगर कोई उम्मीदवार ईवीएम के पास जाता है तो पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है। ईवीएम के पास अगर कोई वोटर खड़ा है, तभी उम्मीदवार को जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत मतदान की गोपनीयता से जुड़े नियमों के तहत दोषी माना जा सकता है। उम्मीदवार पोलिंग बूथ में जाकर वोटर से बात कर सकता है, लेकिन इस दौरान अपने लिए प्रचार नहीं कर सकता है। 

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