वाराणसी में बीजेपी के पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए सभी विरोधियों ने पूरा जोर लगा दिया है। 2011 में गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने इमाम मेंहदी हसन बाबा की ओर से भेंट की गई टोपी पहनने से इनकार कर दिया था। यह घटना सुर्खियों में आ गई थी। अब वही इमाम बीजेपी के पीएम पद के कैंडिडेट और वाराणसी से चुनाव लड़ रहे नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने के लिए मैदान में कूद पड़े हैं। उधर, अरविंद केजरीवाल भी एक खास रणनीति के तहत मोदी समर्थकों का मोहभंग करने के लिए उनसे कुछ खास सवाल पूछ रहे हैं। बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कुछ बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने का फैसला किया है।
केजरीवाल को पता है कि वाराणसी में बीजेपी के पांरपरिक वोटरों के बीच उनकी डगर इतनी आसान नहीं है। इसलिए वह चुनावी जनसभाओं और रैलियों के साथ-साथ आम लोगों से सीधी बातचीत भी कर रहे हैं। इस कवायद का मुख्य मकसद है कि लोगों का मोदी से मोहभंग करना। इसके लिए केजरीवाल तर्कों से लेकर आंकड़ों तक का सहारा ले रहे हैं। उन्हें पूरा यकीन है कि अपनी इन कोशिशों से वह लोगों पर चढ़े मोदी के बुखार को उतार सकेंगे। केजरीवाल कुछ खास सवाल पूछकर वाराणसी की जनता को आम आदमी पार्टी की विचारधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जानकार भी मानते हैं कि वाराणसी की जनता ने अब उन्हें पहले के मुकाबले ज्यादा गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है।
0 comments:
Post a Comment